Antarvasna, hindi sex kahani: मैं अपने दोस्त प्रदीप के घर पर था प्रदीप से मैं काफी दिनों बाद मिला था तो हम दोनों एक दूसरे के हाल-चाल पूछ रहे थे प्रदीप ने मुझे बताया कि वह कुछ दिनों के लिए ऑफिस के टूर से बेंगलुरु जा रहा है। मैं अभी भी नौकरी की तलाश में था मैंने कुछ समय पहले ही जॉब छोड़ी थी लेकिन उसके बाद मुझे जॉब नहीं मिल पा रही थी लेकिन उस दिन प्रदीप ने मेरी मदद की और मेरी एक कंपनी में जॉब लग गई यह सब प्रदीप की मदद से ही हुआ था। प्रदीप को मैं काफी वर्षों से जानता हूं हम दोनों साथ में ही पढ़ा करते थे और वह बहुत अच्छा भी है। अब समय बड़ी तेजी से बीता जा रहा था और एक समय ऐसा आया जब प्रदीप की शादी तय हो गई प्रदीप ने मुझे कहा कि सुधीर मेरी शादी होने वाली है और उसने मेरे घर पर अपनी शादी का कार्ड भिजवा दिया था। मुझे यह तो पता ही था कि उसकी सगाई हो चुकी है प्रदीप के ऑफिस में ही एक लड़की जॉब करती है उसी के साथ उसकी शादी तय हुई थी, प्रदीप ने मुझे जब सुमोना से मिलवाया तो मुझे उससे मिलकर अच्छा लगा।
कुछ ही समय बाद प्रदीप की शादी हो चुकी थी और अब उसकी शादी हो जाने के बाद हम लोगों की मुलाकात बहुत कम हुआ करती थी लेकिन एक दिन प्रदीप और सुमोना मुझे मिले। उस दिन जब हम लोग मिले तो मुझे नहीं पता था कि सुमोना की ममेरी बहन कावेरी भी उस दिन आने वाली है और वह उस दिन उन लोगों के साथ आई हुई थी। हम लोग एक रेस्टोरेंट में डिनर कर रहे थे और हम लोगों ने साथ में डिनर किया जब हम लोगों ने डिनर किया तो उसके बाद कावेरी और मैं एक दूसरे से बहुत ही प्रभावित हुए और मैंने कावेरी का नंबर ले लिया। कावेरी का नंबर मैंने अब ले लिया था और उसके बाद मैं कावेरी से फोन पर बातें किया करता हम दोनों की फोन पर बातें होती थी। हम लोगों की फोन पर इतनी बातें होने लगी थी कि मैं चाहता था कि कावेरी से मैं मिलूं लेकिन कावेरी चंडीगढ़ में रहती थी। मैंने एक दिन कावेरी से कहा कि मुझे तुमसे मिलना है तो कावेरी कहने लगी कि सुधीर मुझे भी तुमसे मिलना है मैंने कावेरी से कहा कि तुम कुछ दिनों के लिए दिल्ली क्यों नहीं आ जाती। वह मुझे कहने लगी कि मैं दिल्ली आना तो चाहती हूं लेकिन आजकल मैं अपनी जॉब के चलते बहुत ज्यादा बिजी हूं इसलिए मैं दिल्ली नहीं आ पाऊंगी।
मैंने उससे कहा कि तुम कुछ दिनों के लिए छुट्टी ले लो तो वह कहने लगी कि अभी छुट्टी लेना भी संभव नहीं हो पाएगा। हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करने लगे और एक दूसरे से बिना बात किए हुए हम लोग रह नहीं पाते थे मुझे कावेरी से बात करना बहुत ही अच्छा लगता। एक दिन कावेरी और मैं फोन पर बात कर रहे थे उस दिन मैंने कावेरी से कहा कि मैं तुम्हें थोड़ी देर बाद फोन करता हूं लेकिन मुझे उस दिन काफी नींद आ रही थी जिस वजह से मैं सो गया और मैं कावेरी से बात ना कर सका। जब सुबह मैंने देखा तो मेरे फोन में कावेरी ने काफी बार फोन किया था फिर मैंने तुरंत ही उसे फोन किया और उससे इस बात के लिए माफी मांगी कावेरी कहने लगी कि कोई बात नहीं। कावेरी और मेंरी सिर्फ फोन पर ही बातें होती थी। एक दिन मैं कावेरी से फोन पर बातें कर रहा था तो उस दिन मैंने कावेरी को कहा कि मैं कुछ दिनों के लिये चंडीगढ़ आ रहा हूं तो वह काफी खुश हुई और मुझे कहने लगी कि चलो यह तो बहुत ही अच्छी बात है कि तुम कुछ दिनों के लिए चंडीगढ़ आ रहे हो। मैं कुछ दिनों के लिए चंडीगढ़ चला गया जब मैं चंडीगढ़ गया तो वहां कावेरी से मेरी मुलाकात हुई और मुझे उससे मिलकर बहुत ही अच्छा लगा। कावेरी और मैं एक दूसरे से बात कर रहे थे कावेरी मुझे कहने लगी कि सुधीर तुमने बहुत ही अच्छा किया जो तुम मुझसे मिलने के लिए आ गए। कावेरी और मैं उस दिन काफी देर तक एक दूसरे के साथ बात करते रहे फिर कावेरी अपने घर चली गई। मैं कुछ दिनों तक चंडीगढ़ में ही रुकने वाला था इसलिए मेरी मुलाकात कावेरी से हर रोज हो जाती थी उसे मिलकर मुझे अच्छा लगता। एक दिन कावेरी ने मुझे अपने घर पर बुलाया उस दिन कावेरी ने कहा कि आज मेरे घर पर कोई भी नहीं है। मैंने पहले उसे मना कर दिया था कि मैं तुम्हारे घर पर नहीं आ रहा हूं लेकिन मैं उसके घर चला गया मैं कावेरी के लिए एक गिफ्ट लेकर गया और मैंने उसे वह गिफ्ट दिया वह मुझे कहने लगी लेकिन सुधीर इसकी क्या जरूरत थी। मैंने उसे कहा बस ऐसे ही मेरा मन था तुम्हें गिफ्ट देने का तो मैं तुम्हारे लिए गिफ्ट ले आया वह भी मुस्कुराने लगी वह मुझसे कहने लगी क्या तुम चाय पियोगे?
मैंने उसे कहा नहीं गर्मी काफी ज्यादा हो रही है वह मेरे लिए कोल्डड्रिंक ले आई मैं कावेरी के चेहरे पर देख रहा था तो मुझे बहुत ही सुकून महसूस हो रहा था। वह मुझे कहने लगी सुधीर तुम मुझे ऐसे क्या देख रहे हो तो मैंने उसे कहा बस ऐसे ही मैं कुछ दिनों बाद वापस लौट जाऊंगा तो तुम्हारी मुझे बहुत याद आएगी। जब मैंने उसे कहा तो तो वह मेरे गले लग गई जब वह मेरे गले लगी तो हम दोनों ही एक दूसरे की बाहों में थे। मैंने कावेरी को कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया था जिससे कि वह हिल भी नहीं पा रही थी मैंने जब कावेरी को किस किया तो शायद वह भी अब मेरी हो चुकी थी उसने अपने बदन को मुझे सौप दिया था क्योंकि उसके घर पर कोई भी नहीं था इसलिए यह बड़ा ही अच्छा मौका था और हम दोनों ही एक दूसरे के साथ सेक्स संबंध बनाना चाहते थे।
हम दोनों की रजामंदी से हम दोनों कमरे के बेडरूम में चले गए मैं कावेरी को देख रहा था और वह मुझे देख रही थी मैंने कावेरी के होठों को चूम लिया और उसके पतले होठों को चूमने में मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था काफी देर तक उसके होंठों का रसपान करने के बाद मेरी गर्मी पूरी तरीके से बढ़ने लगी मैंने उसको कहा मैं तुम्हारे साथ सेक्स करने के लिए तैयार हो चुका हू और उसने अपने कपड़े उतार दिए। मैंने उसकी ब्रा को खोला मेरे अंदर गर्मी बढने लगी थी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था और वह भी बड़ी खुश नजर आ रही थी आखिरकार मैंने उसके स्तनों को अपने मुंह में लेकर बहुत देर तक उनका रसपान करना जारी रखा जिससे कि उसके बूब्स से खून भी बाहर निकल आया था। वह इतनी ज्यादा गरम हो चुकी थी कि उसे बड़ा ही अच्छा लग रहा था और मुझे भी बहुत मजा आ रहा था अब हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे जिस वजह से मैंने कावेरी की पैंटी को नीचे उतारा तो मैंने देखा उसकी चूत से बहुत ही ज्यादा पानी बाहर की तरफ निकल रहा है। वह पूरी तरीके से उत्तेजित हो गई उस से बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है वह मेरे बालों को अपने हाथों से पकड़ती और अपने दोनों पैरों के बीच में मेरे सर को वह जकडने की कोशिश कर रही थी उसने गुलाबी चूत मैंने पूरी तरीके से गिली कर दी थी। वह एक पल के लिए भी रह नहीं पा रही थी और मैंने उसे कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में ले लो तो वह कहने लगी नहीं सुधीर मुझे यह सब अच्छा नहीं लगता। मैंने उसे कहा क्या तुमने इस से पहले भी किसी के लंड को अपने मुंह में लिया है तो वह मुझे कहने लगी कि नहीं। मैंने उससे पूछा कि तुमने यह सब कहां देखा तो उसने मुझे कहा अभी यह बात तुम छोड़ो भी। मैंने अपने लंड को उसके मुंह के पास किया तो उसने उसे अपने मुंह के अंदर ले लिया पहले तो वह सिर्फ अपनी जीभ से ही मेरे लंड को चाट रही थी लेकिन अब वह मेरी गर्मी को पूरी तरीके से बढ़ा दिया करती। मेरे लंड को वह मुंह मे लेकर मेरी गर्मी को बढ़ाती जा रही थी आखिरकार उसने मेरी गर्मी को इतना बढ़ा दिया कि अब मैं एक पल के लिए भी रह नहीं पा रहा था और मैंने उसे कहता मैं तुम्हारी चूत मारने के लिए तैयार हूं।
मैंने उसके दोनों पैरों को खोल दिया और जब मैंने उसके पैरो को खोला तो उसकी चूत भी हल्के से खुल गई। जब मैंने अपने लंड को उसकी योनि पर लगाया तो उसकी योनि से पानी बाहर की तरफ को निकलने लगा उसकी चूत से कुछ ज्यादा ही अधिक मात्रा में पानी बाहर की तरफ को निकलने लगा था जिससे कि मैं उसे चोदने के लिए तैयार था। मैंने उसके पैरों को खोला हुआ था जब मैंने अपने लंड को धीरे-धीरे उसकी योनि के अंदर घुसाया तो वह मुझे कहने लगी कि मुझे दर्द हो रहा है उसके बाद मैंने एक ही झटके में अपने लंड को उसकी योनि के अंदर डालकर अपनी इच्छा को पूरा कर लिया और वह पूरी तरीके से खुश हो चुकी थी।
उसकी खुशी उसके चेहरे पर साफ नजर आ रही थी वह मुझे कहने लगी तुम और भी तेजी से मुझे धक्के मारो मैंने उसे अब और भी तीव्र गति से धक्के मारने शुरू कर दिए थे मैं उसे बड़ी तेज गति से धक्के मार रहा था और जिस प्रकार से मैं उसे धक्के मार रहा था उससे वह बड़ी तेज आवाज में चिल्ला रही थी और मुझे कहने लगी मुझे बहुत अच्छा लग रहा है अब मैं भी पूरी तरीके से खुश हो चुका था। मैंने उसके दोनों पैरों को आपस में मिलाकर इतनी तीव्रता से उसे चोदना शुरू किया कि उसकी सिसकारियां बहुत ही ज्यादा बढ़ चुकी थी और वह कहने लगी मुझे लगता है मैं तुम्हारा साथ ज्यादा देर तक नहीं दे पाऊंगी। मैंने उसे कहा कोई बात नहीं और उसके बाद मैंने उसके पैरो को अपने कंधों पर रखकर उसे चोदना शुरू किया लेकिन उसकी योनि से जिस प्रकार की गर्मी बाहर निकल रही थी उससे मुझे प्रतीत हो चुका था कि वह झड चुकी है। उसकी योनि के अंदर ही मैने माल को गिरा दिया और मेरी इच्छा पूरी हो गई। कावेरी और मैंने अपने कपड़े पहन लिए उसके कुछ देर बाद में वापस अपने होटल में लौट आया।