गांडू पति और उसकी बीवी को ठोका

हैल्लो दोस्तों, में गुजरात के जूनागढ़ शहर का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 26 साल है. मेरा लंड 6 इंच का है. दोस्तों आज में जो कहानी आप लोगों को सुनाने जा रहा हूँ वो मेरी और एक कपल की सच्ची घटना है.

यह बात आज से करीब एक महीने पहले की है जब एक कपल ने मुझे मैल किया और उन्होंने उसमें लिखा कि हम दोनों तुम्हारे साथ मिलकर सेक्स का मज़ा लेना चाहते है, लेकिन ध्यान रहे कि यह बात हम तीनों के बीच में ही रहनी चाहिए वरना लफड़ा हो जाएगा तो हमारी बहुत बदनामी होगी. फिर मैंने उनकी सारी बातें पढ़कर बहुत खुश होकर उनको अपनी तरफ से एक मैल किया और तब मैंने उनके घर का पता माँगा तो मुझे तब पता चला कि वो राजकोट शहर से थे और उन्होंने मुझे अपने घर का सही पता दे दिया और मुझे अपने घर पर बुलाने का समय भी उन्होंने मुझे उसी समय दे दिया.

दोस्तों उस दिन रविवार का दिन था इसलिए में जल्दी उठकर नहा धोकर अपने सभी कामों से फ्री होकर सुबह करीब 6.00 बजे उसके घर पर पहुंच गया और मैंने जैसे ही दरवाजे पर लगी घंटी को बजाया तो एक 35 साल की सुंदर गोरी सेक्सी औरत ने दरवाजा खोला. उसने उस समय बिना बाहं का सफेद रंग का ब्लाउज पहना हुआ था, जिसमें से उसके बड़े आकार के गोल बूब्स मुझे साफ साफ दिखाई दे रहे थे और उस ब्लाउज का गला बहुत बड़ा था जिससे उनके बूब्स का बहुत सारा हिस्सा नंगा था और जिसकी वजह से मुझे उनके दोनों बूब्स के बीच की वो गोरी सेक्सी गली साफ दिख रही थी और उन्होंने अपना पेटीकोट भी नाभि के नीचे पहना हुआ था जिससे उनकी गहरी और गोरी नाभि देखकर मेरा लंड तो पूरा तनकर खड़ा हो गया था.

उनके होंठ गुलाबी और मोटे थे उन्होंने सबसे पहले मुझसे मेरा नाम पूछा और मेरे बताने के बाद में उन्होंने मुस्कुराकर मुझसे अंदर आने को कहा.

अब मैंने उनसे पूछा क्या अमित घर पर नहीं है? तो वो बोली कि वो इस समय बाथरूम में स्नान कर रहे है और तभी बाथरूम से उसकी आवाज़ आई कौन है? भाभी जवाब देकर अपने बेडरूम में चली गयी.

कुछ देर बाद भाभी ने मुझे अंदर से आवाज़ लगाकर मुझसे कहा कि यश तुम अब अंदर आ जाओ और में उनकी वो आवाज को सुनकर उस बेडरूम में चला गया जहाँ पर वो मेरे सामने गई थी और जब में अंदर गया तो मैंने देखा कि उस समय बाथरूम का दरवाजा खुला हुआ था और बाथरूम के अंदर की तरफ अमित पूरा नंगा खड़ा हुआ था. उसका लंड 4 इंच का था और वो खड़ा होकर भाभी के बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबा रहा था उस समय भाभी आधी नंगी थी.

दोस्तों मेरा लंड तो यह सब देखकर तुरंत ही टाइट हो गया और मैंने देखा कि उनके क्या मस्त गोरे बूब्स थे? अब अमित ने मुझसे कहा कि तुम भी अंदर बाथरूम में आ जाओ. फिर उसके कहने पर में भी बाथरूम में चला गया और अब में भी आगे बढ़कर भाभी के बूब्स को दबाने लगा. उनके क्या मस्त मुलायम मुलायम मखमल जैसे बूब्स थे? में तो उनको छूकर बिल्कुल पागल सा हो गया और मैंने उनके पूरे बूब्स पर किस करना शुरू कर दिया.

उसके बाद में एक एक निप्पल को अपने मुहं में लेकर चूसने लगा. तभी अमित ने मेरे बदन से पूरे कपड़े उतार दिए तब उसने देखकर मुझसे कहा कि यार तुम्हारा पूरा बदन तो सलमान खान जैसा है और इतना कहकर उसने मेरे लंड को तुरंत अपने हाथ में ले लिया और उसने भाभी को भी मेरा लंड दिखाया और तब वो बोला कि देखो इसका लंड कितना बड़ा है? अब भाभी ने भी देखकर मेरा लंड अपने हाथ में लिया और वो दोनों मेरे लंड से खेलने लगे, उसको सहलाने लगे वो दोनों बड़े खुश थे.

मैंने कुछ देर बाद ज्यादा देर ना करते हुए भाभी का पेटीकोट उतार दिया और अब में उनकी पेंटी के अंदर अपना एक हाथ डालकर उनकी चूत पर हाथ घुमाने लगा तो मैंने महसूस किया कि उनकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी और वो बहुत चिकनी हो गयी थी.

मैंने भाभी के गुलाबी होंठो पर किस किया और अपने दूसरे हाथ से मैंने उनकी पेंटी को भी उतार दिया और में अपनी एक उंगली को उनकी नंगी चिकनी चूत पर फेरने लगा. तभी अमित ने मेरा लंड अपने मुहं में ले लिया और वो लोलीपोप की तरह चूसने लगा. दोस्तों सच पूछो तो मुझे अब उन दोनों के साथ यह सब करने में बहुत मज़ा आ रहा था.

फिर मैंने पानी को चालू किया, जिसकी वजह से वो ठंडा पानी भाभी के गरम बदन को भिगोने लगा उसके बाद में नीचे बैठकर भाभी की चूत को चाटने लगा और में अपनी जीभ को लगातार उनकी चूत के अंदर बाहर करने लगा जिसकी वजह से भाभी मदहोश हो चुकी थी और वो अपने मुहं से सिसकियों की आवाज़ निकाल रही थी अहह्ह्ह्ह उहह्ह्ह्ह उईईईई माँ और चाटो वाह मज़ा आ गया.

अब अमित मेरे लंड को चाट रहा था जिसकी वजह से अब में भी बहुत उत्तेजित हो चुका था. मेरे अंदर एक बहुत जोरदार जोश का तूफान उठ रहा था और मेरे मुहं से भी आवाज़ निकल रही थी अहहह उफ्फफ्ग्फ़ हाँ तुम मेरा पूरा लंड अपने मुहं में डाल लो और अमित ने इतना सुनकर तुरंत मेरा पूरा लंड अपने मुहं में डाल लिया और चूसना शुरू किया.

मैंने भाभी के दोनों हाथों पर साबुन लगाया और उनके दोनों बूब्स पर, दोनों हाथों से साबुन लगाया जिसकी वजह से भाभी के बूब्स बहुत चिकने हो गये थे वो एकदम काम की देवी की तरह नजर आ रही थी. अब में भी अपने दोनों हाथों से साबुन लगाता गया और उनके बूब्स को मसलता गया उसके बाद मैंने उनकी गोल गहरी नाभि पर, गोरे मुलायम पेट पर भी साबुन लगाया और उस पर अपना हाथ घुमाने लगा और दोस्तों तब मैंने महसूस किया कि उनकी नाभि बहुत गहरी और मुलायम थी.

अब मैंने उनकी नाभि में अपनी एक उंगली को डाल दिया और कुछ देर अंदर बाहर करने के बाद मैंने उनकी चूत पर साबुन लगाया और अब में उस पर भी अपनी उंगली को फिराने लगा उसके बाद मैंने उनकी सेक्सी जाँघो पर भी साबुन लगाया, वाह क्या गोरी, भरी हुई जांघे थी उनकी? में उनके पूरे बदन पर हाथ फिराने लगा और मसलने लगा. मैंने उनके पूरे बदन को जोश से भर दिया और वो उस समय बहुत गरम हो चुकी थी और अपनी चुदाई के लिए मरी जा रही थी.

अमित और भाभी दोनों मिलकर मुझे साबुन लगाने लगे, भाभी मेरी छाती पर साबुन लगाने लगी और अमित मेरे लंड पर भाभी साबुन लगाने से पहले मेरी छाती को चूमती जाती और साबुन लगाती जाती जिसकी वजह से अब हम तीनों पूरे साबुन और झाग से भरे थे और अब में भाभी को आगे से अपनी बाहों में लेकर अपना बदन उनसे रगड़ रहा था और अमित पीछे से भाभी से चिपककर उनसे अपना बदन घिस रहा था जिसकी वजह से भाभी अब बहुत ही कामुक हो चुकी थी और मुझे उनकी सिसकियों की आवाज से पता चल रहा था और वो अब मुझसे बोल रही थी उफ्फ्फ्फ़ प्लीज आईईईईई अब मुझसे ज्यादा देर रहा नहीं जाता प्लीज तुम अब डाल दो अपना पूरा लंड मेरी चूत में उह्ह्ह्हह्ह में और ज्यादा नहीं रह सकती.

हम तीनों ने एक दूसरे पर पानी डालकर साबुन को निकालकर अपना बदन साफ किया और फिर भाभी ने मेरे और अमित के लंड पर तेल लगाना शुरू किया और उन्होंने हम दोनों के लंड को तेल से बहुत अच्छी तरह से मालिश की जिससे हमारे लंड चमक उठे और पूरे चिकने हो चुके थे.

उसके बाद अमित ने सही मौका देखकर भाभी की गांड में अपना लंड डाल दिया, जिसकी वजह से भाभी के मुहं से एक बहुत ज़ोर की चीख निकल गयी, क्योंकि यह सब उसने अचानक से किया उईईईईईईई माँ मर गई प्लीज थोड़ा धीरे से करो उफफ्फ्फ्फ़ ऐसे क्या जानवरों की तरह एक ही बार में पूरा घुसा दिया? अब अमित बेड पर सीधा लेट गया और भाभी उस पर उसका लंड अपनी गांड में डालकर सीधी लेट गई.

फिर मैंने भी बिल्कुल सही मौका देखकर अपना 6 इंच का लंबा लंड भाभी की चूत में डाल दिया जिसकी वजह से भाभी अब दो दो लंड के मज़े ले रही थी और एक लंड उनकी गांड में था तो दूसरा उनकी चूत में था. अब में धीरे धीरे अपने लंड को उनकी चूत के अंदर बाहर करने लगा और भाभी को दोनों तरफ से चुदने में बड़ा मज़ा आ रहा था.

शायद 15 मिनट धक्के देने के बाद अमित खड़ा हुआ उसने अपना लंड गांड से बाहर निकाल लिया और अब हम दोनों ने अपना लंड भाभी की चूत में डाल दिया, जबरदस्ती अंदर घुसाने की वजह से भाभी की चूत तो जैसे फट गयी और उनके मुहं से चीखने की आवाज़ निकाल रही थी उईईईईई माँ मेरी चूत फट जाएगी उफ्फ्फफ्फ्फ़ में इस दर्द की वजह से मर ही जाउंगी, प्लीज एक एक करके चोदो मुझे आह्ह्ह्ह मुझे बहुत दर्द हो रहा है तुम दोनों आज मेरे साथ क्या करना चाहते हो? प्लीज बाहर निकालो ऊउईईईईइ में मर गई.

दोस्तों अब हम दोनों का लंड भाभी की चूत में था और हम दोनों उनकी बातें बिना सुने धीरे धीरे बारी बारी से धक्के देते रहे. फिर थोड़ी देर के बाद अमित ने अपना सफेद पानी निकाल दिया और उसने अपना लंड निकालकर बाहर किया कुछ ही समय में उसका लंड मुरझा गया था.

अब में भाभी के ऊपर चड़कर अपने दोनों हाथों से उनके बूब्स को दबा रहा था और उनकी चूत में ज़ोर ज़ोर से और बहुत तेज स्पीड से अपना लंड अंदर बाहर कर रहा था, लेकिन कुछ धक्के देने के बाद भाभी भी झड़ गयी और वो शांत हो गयी. उन्होंने मेरा लंड अपनी चूत से बाहर निकाल दिया और वो अब मेरा लंड अपने एक हाथ में लेकर मुठ मारने लगी और कुछ देर बाद मैंने भी अपना वीर्य निकाल दिया. अब अमित ने कहा कि आज हम तीनों पूरा दिन नंगे ही रहेगें, मैंने कहा कि हाँ ठीक है और अमित ने अपने घर को बाहर से ताला लगा दिया, जिससे कोई भी आकर हमे परेशान ना करे और हम अपने काम में लगे रहे.

अब भाभी नंगी ही किचन में चाय बना रही थी और मेरा लंड तो एक बार फिर से तनकर खड़ा हो गया. अमित ने देखकर मुझसे कहा कि यार सच में तेरा लंड तो बहुत भूखा लगता है, देख यह तो दोबारा से खड़ा हो गया. अब अमित ने मुझसे कहा कि यार मुझे कभी कभी गांड मरवाने का मन भी होता है, तुम्हारा लंड तो बहुत अच्छा है और फिर मैंने उससे कहा कि मुझे भी कभी कभी किसी लड़के की गांड मारने का मन होता है.

फिर इतने में भाभी हमारे लिए चाय लेकर आ गयी और भाभी सीधी मेरी गोद में आकर बैठ गयी, जिसकी वजह से मेरा लंड उनके दोनों कूल्हों के बीच में फंसकर सीधे निशाने पर बैठ गया और वो चाय निकालने लगी. फिर उसके बाद हम तीनों ने साथ में बैठकर चाय पी और नाश्ता भी किया. भाभी मेरी गोद में बैठे बैठे ही मुझे अपने हाथ से खिला रही थी और में भाभी के बूब्स को दबा रहा था.

फिर उसके बाद हम तीनों ही बेड पर नंगे ही टीवी देखने लगे. भाभी हमारे बीच में सोई थी, अमित और में उनके दोनों तरफ लेटे थे. अब में और अमित दोनों ही भाभी के नंगे गोरे बदन से खेल रहे थे और भाभी हम दोनों के लंड से और उसके साथ साथ हम तीनों सेक्स बातें भी कर रहे थे.

भाभी ने मुझसे कहा कि मुझे तो लंड चूसने में और अपनी चूत को चटवाने में बहुत मज़ा आता है. अब मैंने कहा कि मुझे तो निप्पल को चूसने में और चूत का रस पीने में बड़ा मज़ा आता है, अमित ने कहा कि मुझे बूब्स को ज़ोर से दबाने में बहुत मज़ा आता है, लेकिन उससे ज्यादा मुझे किसी के लंड को देखने में मज़ा आता है और उसको चूसने का मन भी करता है.

तभी भाभी ने कहा कि अमित और मैंने कई दिनों से सेक्स नहीं किया था क्योंकि उसका लंड ठीक तरह से खड़ा ही नहीं होता था, लेकिन आज आप आए तो इनका लंड झट से तनकर खड़ा हो गया.

मैंने उनकी बातें सुनकर किचन में जाकर जेम की बोतल निकाली और उसको खोलकर मैंने भाभी की चूत पर जेम लगा दिया और उल्टा लेटकर में उनकी चूत को चाटने लगा.

अमित ने भी मेरे लंड पर जेम लगाया और उसके बाद अमित और भाभी दोनों बारी बारी से मेरे लंड को चूसने लगे वाह क्या मस्त मज़ा मुझे आ रहा था. वो दोनों लोलीपोप की तरह मेरे लंड को चूस रहे थे और उसके बाद में सीधा लेट गया और अमित मेरे लंड को उसकी गांड में डालने लगा, लेकिन मेरा लंड उसकी गांड में नहीं गया. तो भाभी ने अपने हाथ में तेल लिया और उन्होंने मेरे लंड पर लगा दिया और थोड़ा सा तेल उन्होंने अमित की गांड पर भी लगा दिया था, जिसकी वजह से मेरा लंड और अमित की गांड एकदम चिकने हो चुकी थी.

अब अमित मेरे सामने डोगी स्टाइल में हो गया और मैंने थोड़ा सा ज़ोर लगाकर अमित की गांड में अपना लंड डाल दिया. पहले तो मेरे लंड का टोपा ही अंदर गया और उसके बाद में मैंने एक ज़ोर से धक्का लगाया तो पूरा लंड अंदर चला गया उसके मुहं से आईईईईइ बहुत दर्द हो रहा है की आवाज निकली. अब में धीरे धीरे धक्के देकर अमित की गांड मार रहा था और भाभी अमित का लंड चूस रही थी और अमित बोल रहा था उफफ्फ्फ्फ़ वाह मुझे तो आज बहुत मज़ा आ रहा है, हाँ पूरा अंदर तक जाने दो.

दोस्तों में उसकी गांड में लगातार धक्के देता रहा और वो भी अपने लंड से भाभी के मुहं में धक्के देता रहा, लेकिन थोड़ी देर बाद अमित ने अपना वीर्य भाभी के मुहं में निकाल दिया और उनका पूरा मुहं वीर्य से भर गया और वीर्य टपककर भाभी की छाती पर भी जा गिरा.

फिर भाभी अब पीछे हटकर अपना मुहं साफ करने लगी और उसके बाद मैंने भाभी की निप्पल पर भी जेम लगा दिया और में उनके बूब्स को चाटने लगा. मुझे वाह क्या मज़ा आ रहा था. फिर उसके बाद मैंने उनके पूरे बूब्स पर जेम लगा दिया और में बूब्स को चाटने निप्पल को चूसने लगा तो कुछ देर चूसने के बाद मैंने उसकी नाभि पर भी जेम लगाया और फिर मैंने अपना 6 इंच लंबा लंड अमित की गांड से बाहर निकालकर भाभी की चूत में डाल दिया.

अब भाभी को बेड पर लेटाकर में नीचे खड़ा होकर खड़े खड़े धक्के देकर भाभी की चुदाई करने लगा.

कुछ देर बाद में बेड पर सीधा लेट गया और भाभी मेरे ऊपर चड़ गयी और अब वो ऊपर नीचे होने लगी. फिर शायद आधे घंटे के बाद वो दोबारा झड़ गयी और मैंने भी अपना वीर्य भाभी की चूत में निकाल दिया और उसके बाद में हम तीनो नंगे ही सो गये. में भाभी की निप्पल चूसते चूसते ही उनकी निप्पल को अपने मुहं में लेकर ही सो गया. फिर करीब शाम के 5 बजे हम उठ गये और मेरी 6 बजे की बस में टिकिट बुक थी, इसलिए मैंने उन दोनों से जाने की आज्ञा ली और भाभी मेरी बाहों में आकर मेरे होंठो पर किस करने लगी. फिर करीब 15 मिनट तक हमने किस किया.

अमित ने मुझसे कहा कि हम एक बार फिर से किसी दिन दोबारा से तुमसे मिलने का विचार बनाएगें, तुम बहुत अच्छी तरह से चुदाई करते हो. फिर उसके बाद में उन दोनों को बाय कहकर वहाँ से निकल गया.