Antarvasna, hindi sex stories: bhabhi ki chudai आकाश मेरे पड़ोस में रहता है और वह मेरा बचपन का दोस्त है हमारा परिवार एक दूसरे को काफी वर्षों से जानता हैं। आकाश उस दिन मेरे घर पर आया हुआ था जब आकाश घर पर आया तो आकाश काफी ज्यादा परेशान दिखाई दे रहा था मैंने उसकी परेशानी का कारण पूछा तो उसने मुझे बताया कि उसकी दीदी का उसके जीजा जी के साथ डिवोर्स हो चुका है। आकाश की दीदी का नाम ललिता है आकाश की दीदी की शादी अभी दो वर्ष पहले ही हुई थी लेकिन ना जाने किस बात को लेकर उसके जीजा जी और उसकी दीदी के बीच में अनबन होने लगी और उसकी दीदी और उसके जीजा का डिवोर्स हो गया। आकाश बहुत ही परेशान था मैंने आकाश को कहा कि आकाश तुम परेशान मत हो सब कुछ ठीक हो जाएगा लेकिन आकाश कहने लगा कि ललिता दीदी जब से घर ऐसी उसके बाद घर में सब लोग काफी परेशान हैं और हमारे रिश्तेदार तो ना जाने क्या कुछ कह रहे हैं।
मैंने आकाश को कहा देखो आकाश यदि तुम भी ऐसे ही टेंशन में रहोगे तो भला तुम अपने परिवार को कैसे संभालोगे। आकाश कहने लगा की मैं कई कोशिश करता हूं कि मैं अपने परिवार के साथ बात करूं लेकिन पापा तो इस बात से बहुत ज्यादा टूट चुके हैं उन्होंने कितने धूमधाम से दीदी की शादी करवाई थी लेकिन उनकी शादी ज्यादा समय तक ना चल सकी जिससे कि पापा और मां दोनों ही बहुत परेशान हैं। मैंने आकाश को कहा आकाश तुम हिम्मत रखो सब ठीक हो जाएगा तुम्हारी बहन की शादी कहीं और हो जाएगी तुम अपने परिवार का ध्यान दो। आकाश मुझे कहने लगा कि राकेश मैं कोशिश तो कर रहा हूं लेकिन यह बहुत ही मुश्किल है घर में दीदी भी किसी से बात नहीं करती और वह कमरे में ही रहती है। मैं आकाश की परेशानी को समझ चुका था वह काफी ज्यादा परेशान था इसलिए मैं उसकी परेशानी को भी जानता था और मुझे भी पता था कि आकाश अपनी बहन से बहुत ज्यादा प्यार करता है। मां हम दोनों के लिए चाय बना कर ले आई और हम दोनों ने चाय पी चाय पीने के बाद आकाश मुझे कहने लगा कि राकेश अभी मैं चलता हूं और यह कहते हुए आकाश चला गया।
मैं जब अपने रूम से बाहर आया तो मां मुझे कहने लगी कि राकेश बेटा आकाश काफी ज्यादा परेशान दिखाई दे रहा था तो मैंने मां से कहा हां मां आकाश बहुत ज्यादा परेशान हैं आपको तो पता ही होगा कि उसकी दीदी का डिवोर्स हो चुका है। मां कहने लगी कि ललिता बेटी कितनी अच्छी है उसके साथ बहुत ही गलत हुआ उसके पति को उसके साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था मैंने मां से कहा कि मां इसी बात से तो आकाश भी काफी परेशान हैं और वह मेरे साथ यही बात कर रहा था। मां कहने लगी कि बेटा आकाश के पापा भी इस बात से काफी परेशान है परसों ही वह तुम्हारे पिताजी के साथ बैठे हुए थे और इस बात को लेकर बात कर रहे थे उस दिन उनके चेहरे पर उनकी परेशानी साफ दिखाई दे रही थी। मैंने मां से कहा कि मां आप तो जानते ही हैं कि वह लोग ललिता दीदी से कितना प्यार करते हैं। थोड़े समय बाद उनके घर में सब कुछ ठीक होने लगा था आकाश ने मुझे बताया कि ललिता दीदी की शादी कहीं और तय हो चुकी है इस बात से आकाश काफी ज्यादा खुश था। मैंने उसे कहा कि मैं तुम्हें कहता ना था कि सब कुछ ठीक हो जाएगा देखो सब कुछ ठीक हो गया। ललिता दीदी की कोर्ट में शादी हुई और उसके बाद वह अपने ससुराल चली गई थोड़े समय बाद वह अपने ससुराल से लौटी तो वह काफी खुश थी। मैं आकाश से ललिता दीदी के बारे में अक्सर पूछा करता था तो वह मुझे कहता कि वह बहुत ही खुश हैं और उनके पति उनका बहुत ध्यान रखते हैं। मैंने भी अपनी पुरानी कंपनी से रिजाइन दे दिया था और उसके बाद मैं कुछ दिनों से घर पर ही था मैंने अपनी जॉब के लिए ट्राई करनी शुरू कर दी थी मैं दूसरी कंपनी में इंटरव्यू देने के लिए गया और वहां पर मेरा सिलेक्शन हो चुका था लेकिन मुझे वहां एक हफ्ते बाद ज्वाइन करना था। एक हफ्ते तक मैं घर पर ही था तो मुझे आकाश ने कहा कि राकेश हम लोग कहीं घूम आते हैं मैंने आकाश को कहा कि लेकिन हम लोग कहां घूमने के लिए जाएंगे तो वह मुझे कहने लगा कि हम लोग माउंट आबू चले जाते हैं।
हम लोग जयपुर में रहते हैं और माउंट आबू वहां से ज्यादा दूर नहीं था इसलिए हम दोनों ही वहां से माउंट आबू जाने के लिए तैयार हो चुके थे मैंने यह बात अपनी मां को भी बता दी थी। मैं और आकाश माउंट आबू ट्रेन से ही जाना चाहते थे हम दोनों वहां से माउंट आबू पहुंचे जब हम लोग माउंट आबू गए तो हमें अच्छा लगा काफी समय बाद मैं आकाश के साथ घूमने गया था इससे पहले हम लोग कुछ समय पहले आगरा गए थे। हम दोनों ने होटल में रूम ले लिया और जिस होटल में हम लोगों ने रूम लिया वहां पर साफ-सफाई ना होने की वजह से मैंने आकाश को कहा कि हम लोगों को यहां से रूम बदली कर देना चाहिए। हम लोगों ने वहां से रूम बदलकर दूसरे होटल में रूम ले लिया क्योंकि हम लोग कुछ दिनों तक माउंट आबू में ही रुकना चाहते थे आकाश भी ललिता दीदी की वजह से काफी ज्यादा परेशान था तो वह मुझे कहने लगा कि अब सारी परेशानी दूर हो चुकी है। आकाश ने मुझे कहा तुम ऑफिस कब ज्वाइन कर रहे हो तो मैने उससे कहा कि मैं बस कुछ दिनों में ऑफिस जॉइन कर लूंगा। हम लोग जिस होटल में रुके थे उसी होटल मे एक नया कपल आया हुआ था उन लोगों की शादी हुए कुछ समय ही हुआ था वह लोग हमारे सामने वाले रूम में रुके हुए थे।
आकाश और मैं रूम में ही बैठे हुए थे मैंने आकाश को कहा आकाश मैं अभी आता हूं क्योंकि मुझे सिगरेट पीने की बड़ी गंदी आदत है इसलिए मैं रूम से बाहर चला आया मेरे पास सिगरेट खत्म हो चुकी थी। मै होटल से बाहर आ रह था मैंने जब उन भाभी को देखा तो वह बड़ी सुंदर लग रही थी उन्होंने काले रंग का सूट पहना हुआ था जो कि उनके गोरे बदन पर खूब जच रहा था। मैंने उनसे बात कर ली मैंने उन्हें कहा आप लोग अपना हनीमून मनाने के लिए आए हैं। वह मुझे कहने लगी हां हम लोग हनीमून मनाने यहां आए हुए हैं क्योंकि हमारी शादी को अभी कुछ दिन ही हुए हैं और घर पर हम लोगों को समय नहीं मिल पा रहा था। मैंने उन्हें कहा आप बहुत सुंदर लगती हैं। उन्होंने मुझे रूम में आने के लिए कहा तो मुझे कुछ ठीक नहीं लगा लेकिन मै उनके साथ रूम में चला गया जब मैं उनके साथ रूम मे गया तो उन्होंने मेरा नाम पूछा। मैंने उन्हें अपना नाम बताया मैंने उनसे उनका नाम पूछा तो उन्होंने मुझे कहा कि मेरा नाम सरिता है। मैं उनके साथ बैठा हुआ था वह मेरे पास आकर बैठी और मुझे कहने लगी आप बहुत ही अच्छे दिखते हैं। मैंने सरिता भाभी से कहा आप बहुत ही ज्यादा सुंदर है जब मैंने उनसे यह कहा तो वह मेरी गोद में आकर बैठ गई और अपनी गांड को मेरे लंड से टकराने लगी। मैंने उन्हें कहा आप यह क्या कर रही है तो वह कुछ भी नहीं बोली और उन्होंने मेरे होठों को चूम लिया। वह कहने लगी मैं अपने आपको रोक नहीं पा रही थी मेरे पति मेरे अंदर आग लगा कर पता नहीं कहां चले गए मै उन्हे देखने के लिए बाहर गई थी लेकिन उनका नंबर भी नहीं लग रहा है। मैंने उनको कहा अगर वह आ गए तो वह कहने लगी कोई बात नहीं अगर वह आ गए। उन्होंने अपने कपड़े उतारे तो मैंने उनके नंगे बदन को देखा मैं अपने अंदर की गर्मी को बिल्कुल रोक ना सका। उन्होंने मेरी पैंट को खोलते हुए मेरे अंडरवियर को उतारा और मेरे लंड को उन्होंने अपने मुंह के अंदर ले लिया।
मैं बहुत ही ज्यादा खुश हो चुका था वह जिस प्रकार से मेरे लंड को अपने मुंह में लिए जा रही थी उससे मैं बहुत ज्यादा गर्म होने लगा था और वह काफी देर तक ऐसे ही करती रही। मैंने उन्हें बिस्तर पर लेटाकर उनके स्तनों को चूसना शुरू किया तो उनकी गर्मी पूरी तरीके से बढ़ने लगी। वह कहने लगी मैं बिल्कुल भी नहीं रह पा रही हूं मुझसे भी नहीं रहा जा रहा था। मैने उनको कहा आज आपके साथ बहुत अच्छा लग रहा है मैंने उनकी चूत को चाटना शुरू किया जिसके बाद वह पूरी तरीके से पागल हो चुकी थी और अपनी चूत में उंगली को घुसाने है कोशिश कर रही थी। मैंने अपने मोटे लंड को उनकी पैरो को खोलकर उनकी चूत के अंदर की तरफ धकेला तो मेरा मोटा लंड उनकी चूत के अंदर चला गया। जब मेरा लंड उनकी चूत के अंदर गया तो वह जोर से चिल्लाई और मुझे कहने लगी मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने उनके पैरों को खोल दिया और बड़ी तेज गति से उन्हें चोदने लगा उनकी मै उनकी चूत का मजा ले रहा था और मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था।
वह भी अपने पैरों को खोल रही थी वह जब अपने पैरों को खोलती तो मेरा लंड अंदर बाहर होता लेकिन ज्यादा देर तक मैं उनकी चूत की गर्मी को ना झेल सका मेरा वीर्य पतन हो गया। उसके बाद उन्होंने मुझे कहा तुम कुछ देर आराम कर लो मैं कुछ देर बिस्तर पर ही लेटा रहा लेकिन थोड़ी देर बाद उन्होंने मेरे लंड को चूसकर खड़ा कर दिया। मैने उन्हें घोड़ी बनाकर धक्के देना शुरू किया मैंने उन्हें बडी तेजी से धक्का देना शुरू किया। वह अपनी बडी चूतडो को मुझसे टकरा रही थी मैं बहुत ही खुश था। वह मेरे साथ अपना हनीमून एंजॉय कर रही थी और मैंने उनकी चूत के मजे काफी देर तक लिए जिससे कि उनकी गर्मी पूरी तरीके से बढ गई और वह कहने लगी मैं बिल्कुल भी नहीं रह पा रही हूं। मेरा माल 5 मिनट बाद गिर गया था सरिता भाभी बहुत ज्यादा खुश थी। उसके बाद मेरी उनसे मुलाकात नहीं हुई लेकिन मेरे लिए बड़ी खुशी की बात थी कि मैं उन्हें चोद पाया।